करूर जिला में पर्यटन के लिए क्या अच्छा है?|What are the popular tourist destinations in Karur?

 तमिलनाडु का करूर जिला, अपनी समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और जीवंतता के लिए जाना जाता है। यह जिला अमरावती नदी के किनारे बसा हुआ है और इसका इतिहास बेहद पुराना है।

करूर में पर्यटन के लिए क्या-क्या अच्छा है?


करूर में पर्यटन के लिए क्या-क्या अच्छा है?

महालक्ष्मी अम्मन मंदिर: इस मंदिर का निर्माण लगभग 800 वर्ष पूर्व राजा कृष्णदेव राय ने करवाया था। इसीलिए इस स्थान को कभी-कभी राजा कृष्णनर्वपुरम के नाम से भी जाना जाता है। सदियों से यह मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र रहा है।

मंदिर में देवी लक्ष्मी की एक भव्य मूर्ति स्थापित है। भक्त यहां आकर माता रानी के दर्शन कर अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।मंदिर की वास्तुकला दक्षिण भारतीय शैली की है। इसकी नक्काशी और मूर्तियां बेहद खूबसूरत हैं। यहां साल भर कई त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार आदी (जुलाई-अगस्त) के महीने में मनाया जाता है। यहां आने वाले भक्त अपने सिर पर नारियल फोड़कर अपनी आस्था प्रकट करते हैं।

मंदिर के आसपास कई छोटे-छोटे मंदिर और धर्मशालाएं हैं। यहां पर भक्तों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था भी की गई है।

देवी लक्ष्मी


सेल्लंदी अम्मन मंदिर: यह मंदिर अमरावती नदी के किनारे स्थित है और  इस मंदिर के प्रवेश द्वार में भगवान गणेश और भगवान मूरूगन की मूर्ति स्थित है। इस मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है। मान्यता है कि यह मंदिर चोल राजवंश के काल का है। अमरावती नदी के किनारे स्थित होने के कारण इस मंदिर का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। सेल्लंदी अम्मन मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह अपनी वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी जाना जाता है।

वेन्नामलाई सुब्रमण्यम मंदिर: यह मंदिर पर्वत पर स्थित है। वेन्नमलाई सुब्रहमण्यम मंदिर करूर के समीप वेन्नामलाई पर स्थित है। यह मंदिर काफी पुराना है। इस मंदिर में भगवान मूरूगन की प्रतिमा स्‍थापित है। संत अरूणागिरीनाथर इस मंदिर में अपनी मण्डली के साथ मिलकर भजन किया करते थे। इसके अलावा यहां एक अलग काशी विश्वनाथ और विशाकशी का मंदिर भी है। यहां मुख्य रूप से मनाया जाने वाला त्यौहार स्कंद संहति है। यह पर्व तमिल माह में ऐप्पासी, थाईपुसम और आदी कृर्त्तिकई में मनाए जाते हैं।



श्री कमाक्षी अम्मन मंदिर: श्री कमाक्षी अम्मन मंदिर काफी खूबसूरत मंदिर है। यह मंदिर करूर जिले में पंचमदेवी में स्थित है। यह काफी पुराना मंदिर है। यह मंदिर अमरावती नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर देवी कमाक्षी अम्मन को समर्पित है। देवी कमाक्षी अम्मन देवी पार्वती का अवतार थी। इस मंदिर में भगवान तापासू कोलम को चित्रित रूप में तपस्या करते हुए देखा जा सकता है। इस मंदिर में ही देवताओं के परिवार कथवार्यन, मसी पेरिसमई, लादा थान्नासी और मरूरी विरन की मूर्तियां देखी जा सकती है। इसके अलावा मंदिर के परिसर में 400 वर्ष पुराना ईलुप्पई वृक्ष भी देखा जा सकता है।

विक्रीटेश्‍वर मंदिर: विक्रीटेश्‍वर मंदिर करूर के समीप वेंजम्नगुड्लूर में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। भगवान शिव के नाम पर ही इस मंदिर का नाम विक्रीटेश्‍वर रखा गया है। यहां देवी विक्रीटम्बिका का भी एक अलग से मंदिर है। र्तीथ मंदिर विक्रीता र्तीथ का मंदिर है। इस मंदिर में सुरक्षित अभिलेख राजा राजकेश्‍वरी के समय के है। वार्षिक पर्व ब्रह्मोत्सव मासी माह (फरवरी-मार्च) में काफी विशाल स्तर पर मनाया जाता है। इस जगह का नाम राजा वेंचन के नाम पर रखा था। राजा वेंचन भगवान शिव के उपासक थे।

अमरावती नदी: यह नदी करूर के लोगों के लिए पवित्र है और यहां कई तीर्थ स्थल स्थित हैं। अमरावती नदी को हिंदू धर्म में पवित्र नदी माना जाता है। इस नदी के किनारे कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं, जिनमें से सेल्लंदी अम्मन मंदिर सबसे प्रसिद्ध है।

सेल्लंदी अम्मन मंदिर अमरावती नदी के किनारे स्थित है। माना जाता है कि देवी सेल्लंदी ने इसी नदी में स्नान किया था। इसलिए इस मंदिर का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। भक्त यहां आकर नदी में स्नान करते हैं और देवी के दर्शन करते हैं। अमरावती नदी करूर की संस्कृति और धर्म से गहराई से जुड़ी हुई है। यह नदी न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।

 

सेल्लंदी

चोल, पांड्य और चेरा राजवंश: इन दक्षिण भारतीय राजवंशों ने करूर पर शासन किया और इस क्षेत्र को समृद्ध बनाया। इन राजवंशों के दौरान कई मंदिर और मूर्तियां बनाई गईं, जो आज भी इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं।

विजयनगर साम्राज्य: विजयनगर साम्राज्य के दौरान करूर एक महत्वपूर्ण प्रांत था। इस अवधि के दौरान कई मंदिरों का निर्माण और पुनर्निर्माण किया गया।

नायक राजवंश: नायक राजवंशों ने भी करूर पर शासन किया और इस क्षेत्र की संस्कृति और वास्तुकला पर गहरा प्रभाव डाला।

 

तमिलनाडु के करूर जिले में रुकने के लिए कई बजट फ्रेंडली होटल हैं। यहां कुछ विकल्प दिए गए हैं:

Hotel SP Grand - 3-सितारा होटल, प्रति रात 1,061 3.5 रेटिंग कोंटेक नं. 078128 10148

 

होटल सारा प्रति  रात 1,102 इसकी रेटिंग 5.0 है

 

 

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