कन्याकुमारी क्यों प्रसिद्ध है?|Top best tourist places in kanyakumari

कन्याकुमारी, तमिलनाडु का एक खूबसूरत जिला है, जो भारत के दक्षिणी सिरे पर स्थित है। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहां तीन महासागरों - बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का संगम होता है, जो इसे एक अद्वितीय स्थान बनाता है।

Top 5 places to visit in Kanyakumari


 कन्याकुमारी में पर्यटन करने की बेहतरीन जगहें:

विवेकानंद रॉक मेमोरियल

तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। यह स्मारक स्वामी विवेकानंद को समर्पित है, जिन्होंने यहां ध्यान करके आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया था। यह स्मारक भारत के दक्षिणी सिरे पर स्थित है, जहां बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का संगम होता है। 19वीं सदी में स्वामी विवेकानंद ने इस चट्टान पर तीन दिन और तीन रात ध्यान किया था, जिसके बाद उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त हुआ था। स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि देने के लिए 1970 में इस स्मारक का निर्माण किया गया। यह स्थान तीन महासागरों के संगम पर स्थित होने के कारण धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें स्वामी विवेकानंद की एक विशाल कांस्य प्रतिमा है।

 

तिरुवल्लुवर प्रतिमा

तमिल कवि तिरुवल्लुवर की विशाल प्रतिमा समुद्र के किनारे स्थित है। यह कन्याकुमारी का एक प्रमुख आकर्षण है। तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थित तिरुवल्लुवर प्रतिमा भारत के दक्षिणी सिरे पर एक आकर्षक स्थल है। यह प्रतिमा महान तमिल कवि और दार्शनिक तिरुवल्लुवर को समर्पित है, जिन्होंने तिरुक्कुरल ग्रंथ की रचना की थी। यह ग्रंथ नैतिकता, राजनीति और प्रेम पर गहन विचारों का संग्रह है। यह प्रतिमा तमिल साहित्य और संस्कृति का एक प्रतीक है। तिरुवल्लुवर के विचारों को दुनिया भर में मान्यता मिली है और यह प्रतिमा उनके विचारों को जीवंत रखती है। यह प्रतिमा कन्याकुमारी आने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। यह प्रतिमा लगभग 41 मीटर ऊंची है, और समुद्र के किनारे एक छोटे से द्वीप पर स्थित है। प्रतिमा का डिजाइन तिरुक्कुरल ग्रंथ के विचारों को दर्शाता है। इस प्रतिमा का निर्माण वैद्यनाथन गणपति स्थपति द्वारा किया गया था। यह प्रतिमा 1 जनवरी, 2000 को अनावरण की गई थी।

 

तिरुवल्लुवर प्रतिमा

कन्याकुमारी बीच

यह समुद्र तट तीन महासागरों के संगम पर स्थित है। यहां सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा बेहद खूबसूरत होता है। कन्याकुमारी बीच, भारत के दक्षिणी सिरे पर स्थित एक अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य है। यह तीन महासागरों - बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम पर स्थित है। यह जगह अपने मनमोहक सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध है। यह विश्व में कुछ ही जगहों में से एक है जहां तीन महासागर मिलते हैं। यहां आप एक ही दिन में सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों देख सकते हैं।

 

भगवती अम्मन मंदिर

यह मंदिर देवी भगवती को समर्पित है और यह कन्याकुमारी का एक प्राचीन मंदिर है। तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थित भगवती अम्मन मंदिर दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर देवी पार्वती के एक अवतार देवी कन्याकुमारी को समर्पित है। मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है और यह 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। माना जाता है कि मंदिर का निर्माण पांड्य राजवंश के शासनकाल में हुआ था। हिंदू धर्म में 51 शक्तिपीठ माने जाते हैं, जहां माता सती के शरीर के अंग गिरे थे। कन्याकुमारी में माता सती की रीढ़ की हड्डी गिरी थी, इसलिए यह एक महत्वपूर्ण शक्तिपीठ है। मंदिर में देवी कन्याकुमारी की मूर्ति स्थापित है, जिन्हें कुमारी अम्मन के नाम से भी जाना जाता है। देवी को कुंवारी देवी के रूप में पूजा जाता है। मंदिर से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। एक कथा के अनुसार, देवी पार्वती ने भगवान शिव से विवाह करने के लिए यहां आत्मदाह किया था। मंदिर की वास्तुकला द्रविड़ शैली की है। मंदिर में देवी कन्याकुमारी के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं की भी मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर तीन महासागरों - बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम पर स्थित है।

 

भगवती अम्मन मंदिर कन्याकुमारी

सुनामी स्मारक

कन्याकुमारी का सुनामी स्मारक 2004 में आई विनाशकारी सुनामी में जान गंवाने वाले लोगों की याद में बनाया गया है। यह स्मारक न केवल एक स्मृति चिन्ह है, बल्कि एक चेतावनी भी है जो हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सचेत रहने की याद दिलाता है। यह स्मारक उन लोगों की याददाश्त को ताजा रखता है जिन्होंने इस त्रासदी में अपनी जान गंवा दी थी। यह स्मारक भविष्य में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर जोर देता है। स्मारक का डिजाइन साहस और दृढ़ता का प्रतीक है, जो दिखाता है कि हम कठिन समय में भी उठ खड़े हो सकते हैं।

 स्मारक का डिजाइन दो हाथों वाला है, जिनमें से एक हाथ समुद्र की लहरों को रोकता हुआ दिखाया गया है और दूसरा हाथ आशा का दीपक जलाए हुए है। यह स्मारक स्टील से बना है। स्मारक लगभग 16 फीट ऊंचा है। यह स्मारक कन्याकुमारी शहर के दक्षिणी किनारे के पास स्थित है।

 

कन्याकुमारी का सुनामी स्मारक

मायापुरी वैक्स म्यूजियम

यहां आप मोम के पुतलों को देख सकते हैं। यह बच्चों के लिए एक अच्छा स्थान है।

कन्याकुमारी में स्थित मायापुरी वैक्स म्यूजियम एक ऐसा स्थान है जहां आप अपने पसंदीदा हस्तियों के मोम के पुतलों से मिल सकते हैं। यह म्यूजियम भारत का पहला वैक्स म्यूजियम है और यह लंदन के मैडम तुसाद वैक्स म्यूजियम से प्रेरित है। यहां आप बॉलीवुड, हॉलीवुड, खेल और इतिहास के क्षेत्रों से जुड़ी कई मशहूर हस्तियों के मोम के पुतले देख सकते हैं। इन पुतलों को इतनी बारीकी से बनाया गया है कि वे असली इंसानों जैसे लगते हैं। म्यूजियम में 3D पेंटिंग्स भी हैं जो आपको एक अद्भुत अनुभव देती हैं। म्यूजियम में एक वर्चुअल रियलिटी थिएटर भी है जहां आप एक अलग ही दुनिया का अनुभव कर सकते हैं। यहां आप महात्मा गांधी, मदर टेरेसा, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, जैकी चैन और कई अन्य मशहूर हस्तियों के मोम के पुतले देख सकते हैं।

 

मायापुरी वैक्स म्यूजियम

थिरपराप्पु जलप्रपात

यह जलप्रपात एक प्राकृतिक सौंदर्य है और यहां आप पिकनिक मना सकते हैं। कोडयार नदी पर स्थित यह जलप्रपात अपनी मनमोहक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यह जलप्रपात लगभग 15 मीटर ऊंचा है। कोडयार नदी का जल शोर मचाते हुए जब इस जलप्रपात से नीचे गिरता है तो एक अद्भुत नजारा बनता है। जलप्रपात के आसपास एक पार्क है जहां आप घूम सकते हैं। गर्मी के मौसम में आप जलप्रपात में नहाकर ताज़गी महसूस कर सकते हैं।

 

वट्टाकोट्टई किला:

यह किला एक ऐतिहासिक स्थल है। वट्टाकोट्टई किला भारत के दक्षिणी सिरे पर स्थित तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी शहर के उत्तर-पूर्व में लगभग 6 किमी की दूरी पर स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह किला 18वीं शताब्दी में त्रावणकोर राजाओं द्वारा बनवाये गए तटीय किलों में से आखिरी किला था। पुरातत्ववेत्ताओं के अनुसार, यह किला पूर्व में पाण्ड्य राजाओं के अधीन था। किले के अंदर की दीवारों पर मछलियों की आकृतियाँ बनी हुई हैं जो पाण्ड्य राजाओं का राजचिह्न हुआ करता था। किले के अंदर कई ऐतिहासिक अवशेष देखने को मिलते हैं।

 

त्रावणकोर

सेंट जेवियर चर्च: यह चर्च एक धार्मिक स्थल है।

गांधी मंडपम: यह मंदिर महात्मा गांधी को समर्पित है।

 

कन्याकुमारी में कई बजट फ्रेंडली होटल:

 

होटल

रेटिंग

प्रति रात्रि शुल्क

कोंटेक्ट नंबर

सनसेट पॉइंट बीच हाउस

 

Rs.999

 

रघवी टूरिस्ट होम

3.6

Rs.1915

094429 25559

Hotel Ganga(2-star hotel)

3.8

Rs.4508

04652 232 599

Hotel Jaisas Paradise(3-star hotel)

3.8

Rs.4674

063855 55359

hotel rehoboth kanyakumari (2-star hotel)

3.4

Rs.5233

094444 91656

Arlinjai Paradise Kanyakumari

4.5

Rs.5612

094862 71234

 

 

 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ