ईरोड, तमिलनाडु का एक खूबसूरत जिला है जो प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक स्थलों और धार्मिक स्थलों का एक अनूठा मिश्रण पेश करता है। यहां घूमने के लिए कई बेहतरीन जगहें हैं। आइए कुछ प्रमुख स्थलों पर नज़र डालते हैं:
करदियूर व्यू
पॉइंट:
यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और प्रकृति
प्रेमियों के लिए स्वर्ग जैसा है। यहां से आप ईरोड के खूबसूरत दृश्य का लुत्फ उठा
सकते हैं। हरी-भरी पहाड़ियां,
नीले आसमान और ताजी हवा का मिश्रण यहां का वातावरण बेहद
सुखद बनाता है। दूर-दूर तक फैले हुए खेतों और जंगलों के बीच यह स्थान शांति प्रदान
करता है। यहां से आप ईरोड शहर के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों के खूबसूरत नज़ारे
देख सकते हैं। करदियूर व्यू पॉइंट ईरोड शहर से लगभग 15 किलोमीटर
दूर स्थित है। आप यहां निजी वाहन या स्थानीय बस से आसानी से पहुंच सकते हैं।(यहां
कुछ जंगली जानवर भी हो सकते हैं,
इसलिए सावधानी बरतें।)
वेल्लोर पक्षी
अभयारण्य:
पक्षियों को देखने के शौकीन लोगों के लिए यह जगह किसी जन्नत
से कम नहीं है। यहां आप विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देख सकते हैं। यहां आपको
सैकड़ों प्रजाति के पक्षी देखने को मिलेंगे। प्रवासी पक्षियों के आने से यहां का
दृश्य और भी खूबसूरत हो जाता है। यह स्थान फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन
जगह है। यहां आप कई तरह के खूबसूरत दृश्य कैद कर सकते हैं। यह अभयारण्य छात्रों और
शोधकर्ताओं के लिए एक शैक्षिक केंद्र के रूप में भी काम करता है। वेल्लोर पक्षी
अभयारण्य ईरोड शहर से लगभग 12
किलोमीटर दूर स्थित है। आप यहां निजी वाहन या स्थानीय बस से
आसानी से पहुंच सकते हैं।
यहां आपको कई प्रकार के पक्षी देखने को मिलेंगे, जिनमें
शामिल हैं:
बार-हेडेड गूज |
ब्लैक-टेल्ड गॉडविट |
बार्न स्वॉलो |
ऊनी-गर्दन वाला सारस |
यूरेशियन स्पूनबिल |
ग्रेटर स्पॉटेड ईगल |
ब्लू-टेल्ड बी-ईटर |
लिटिल स्टिंट |
स्पॉट बिल्ड पेलीकन |
पर्पल स्वैम्पेन |
येलो वैगटेल |
भवानीसागर
बांध:
यह बांध कावेरी और भवानी नदी के संगम पर स्थित है। यहां एक
खूबसूरत बगीचा भी है जहां आप पिकनिक मना सकते हैं। भवानीसागर बांध तमिलनाडु के ईरोड जिले में स्थित एक विशाल और खूबसूरत बांध है। यह बांध सिर्फ
सिंचाई का साधन ही नहीं है बल्कि यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है। बांध में
बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। आप नाव पर सवार होकर बांध के आसपास के दृश्य का
लुत्फ उठा सकते हैं। भवानीसागर बांध ईरोड
शहर से लगभग 16
किलोमीटर दूर स्थित है। आप यहां निजी वाहन या स्थानीय बस से
आसानी से पहुंच सकते हैं।
सरकारी
संग्रहालय:
इतिहास और संस्कृति प्रेमियों के लिए यह जगह किसी खजाने से
कम नहीं है। यहां आप कला,
संस्कृति और एंथ्रोपोलॉजी से जुड़ी कई चीजें देख सकते हैं। यहां
आप तमिलनाडु के इतिहास और संस्कृति के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते
हैं। संग्रहालय में थंजौर के खूबसूरत चित्रों का एक बड़ा संग्रह है। ये चित्र
तमिलनाडु की कला और संस्कृति का एक अनमोल खजाना हैं। यहां आपको कोंगू चोला
राजवंश से संबंधित कई महत्वपूर्ण शिलालेख देखने को मिलेंगे। ये शिलालेख उस समय
के इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी देते हैं। बारगुर क्षेत्र के
हस्तशिल्प भी इस संग्रहालय में प्रदर्शित किए गए हैं। ये हस्तशिल्प तमिलनाडु
के कलाकारों की कुशलता का प्रमाण हैं। संग्रहालय में ताड़ के पत्ते और
पांडुलिपियां भी मौजूद हैं। ये वनस्पतियां प्राचीन काल से ही लोगों द्वारा उपयोग
की जाती रही हैं। यह संग्रहालय तमिलनाडु के इतिहास और संस्कृति को समझने के लिए एक
महत्वपूर्ण स्थान है। यहां आकर आप तमिलनाडु की समृद्ध विरासत के बारे में जान सकते
हैं।
ऊथुमलाई हिल:
यह हिल स्टेशन प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां आप
ट्रेकिंग, कैंपिंग और अन्य साहसिक गतिविधियां कर सकते हैं। हरी-भरी पहाड़ियां, झरने
और घने जंगल इस जगह को बेहद खूबसूरत बनाते हैं। यहां आप ट्रेकिंग, कैंपिंग, और
अन्य साहसिक गतिविधियां कर सकते हैं। यहां आपको कई प्रकार के पक्षी और जानवर देखने
को मिल सकते हैं। ऊथुमलाई हिल में कई ट्रेकिंग रूट्स हैं, जहां
आप जंगलों और पहाड़ियों के बीच से होकर गुजर सकते हैं। आप यहां रात बिताने के लिए
कैंप लगा सकते हैं और तारों के नीचे सो सकते हैं।
कलंगी सिद्धर
मंदिर:
यह मंदिर 18
तमिल सिद्ध मंदिरों की एक श्रृंखला के अंतर्गत आता है। यह
मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहां अनगिनत पर्यटक आते हैं। कलंगी सिद्धर, 18 सिद्धों
में से एक थे, जिन्हें उनके योग,
आयुर्वेद और अलौकिक शक्तियों के लिए जाना जाता था। माना
जाता है कि यह मंदिर कलंगी सिद्धर के निधन के बाद उनके अनुयायियों द्वारा बनाया
गया था। यह मंदिर तमिल सिद्ध परंपरा का एक महत्वपूर्ण केंद्र है और यहां कई धार्मिक
अनुष्ठान किए जाते हैं। मंदिर के आसपास कई औषधीय पौधे पाए जाते हैं और माना जाता
है कि इन पौधों का उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। कलंगी सिद्धर
मंदिर सलेम शहर से लगभग 17
किलोमीटर दूर स्थित है। आप यहां निजी वाहन या स्थानीय बस से
आसानी से पहुंच सकते हैं।
कंदस्वामी
मंदिर:
यह मंदिर भगवान मुरुगन को समर्पित है और यहां एक
पांच-स्तरीय प्रवेश द्वार टॉवर,
स्तंभों वाले हॉल और एक ही गर्भगृह है। इस मंदिर का इतिहास
काफी प्राचीन है। माना जाता है कि यह मंदिर कई शताब्दियों पुराना है। यह मंदिर
भगवान मुरुगन को समर्पित है,
जो युद्ध के देवता हैं। तमिलनाडु में भगवान मुरुगन के कई
मंदिर हैं और कंदस्वामी मंदिर उनमें से एक प्रमुख मंदिर है। मंदिर की वास्तुकला
द्रविड़ शैली की है,
जो दक्षिण भारत के मंदिरों की विशिष्ट शैली है। मंदिर का
गोपुरम (प्रवेश द्वार) बहुत ऊंचा और भव्य है। मंदिर में कई मंडप हैं, जैसे
कि 1000 स्तंभों वाला मंडप। मंदिर में भगवान मुरुगन के अलावा अन्य देवी-देवताओं की भी
मूर्तियां हैं।
मूकानेरी झील:
मूकानेरी झील, जिसे
कन्ननकुरिची झील भी कहा जाता है, तमिलनाडु के सलेम जिले में स्थित एक खूबसूरत झील है। यह झील अपने प्राकृतिक
सौंदर्य और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह शेवरॉय पहाड़ियों के दक्षिण में
स्थित है और सलेम में पानी का एक प्रमुख भंडार है। झील में 47 मानव निर्मित द्वीप हैं। इन द्वीपों को झील के तल से मिट्टी
निकालकर बनाया गया है और इनका उपयोग पक्षियों के लिए आश्रय के रूप में किया जाता
है। झील में रोहू, कटला केंडाई और कुरुवाई जैसी कई प्रकार की मछलियां पाई जाती
हैं। स्थानीय मछुआरे और शौकीन लोग यहां मछली पकड़ते हैं।
अन्य आकर्षण:
- कोट्टई मरिअम्मन मंदिर
- 1008 लिंगम मंदिर
- मेट्टूर डैम
- किलियुर फॉल्स
ईरोड में बजट फ्रेंडली होटल की तलाश में हैं? मैंने
आपके लिए कुछ विकल्प ढूंढे हैं:
होटल |
रेटिंग |
प्रति रात |
फ़ोन नं |
SPOT ON Saravana Stays |
2.9 |
₹555 |
0124 620 1165 |
होटल ब्रीज़ लैंड |
3.6 |
₹735 |
0424 221 2701 |
OYO PRM क्लासिक लॉज |
4.8 |
₹
901 |
0124 620 1165 |
Classic
lodge (2-star hotel) |
3.6 |
₹918 |
095148 14111 |
केजी ग्रांड इन |
3.8 |
₹935 |
|
आप ऑफ-सीजन में यात्रा करने की कोशिश कर सकते हैं, जब
होटल की कीमतें कम होती हैं।
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